सच है आज कल भारत निर्माण इतनी जोर से हो रहा है की इससे पहले कभी नहीं हुआ, और इस बार जो आम आदमी के गाल पर तमाचा पड़ा है वो भी इससे पहले इतनी जोर से कभी नहीं पड़ा| ये भारत देश है यहाँ न तो लोकतंत्र है न राजतंत्र, यहाँ सिर्फ सोनियातंत्र चल रहा है | बालक राहुल गाँधी से लेकर बुजुर्ग प्रधानमंत्री और उनका पूरा मंत्रिमंडल सभी लोग माता सोनिया की आज्ञा से ही सब काम करते है |
आज के प्रमुख घोटाले कोयला और 2G घोटाला है लेकिन हमारे और आपके नेताओ को लगता है की हम इसको भूल जायेगे क्या सच मे हम इसको पहले की तरह भूल जायेगे या प्रतिज्ञा करेगे देश को लूटने वाली पार्टी को हमेशा के लिए देश से उखाड़ कर बहार कर दे| कांग्रेस के एक नेता जी के विचार कुछ इस प्रकार है | सुशील शिंदे ने कहा की भारत की 'जनता बोफोर्स की तरह कोयला घोटाले भी भूल जाएगी ' क्या हम इतने भुलाक्कड़ हो गए है ? आज हर तरफ भ्रस्टाचार और घोटाले छाए हुए है | देश की जनता की खून पसीने की कमाई को सरकार टैक्स के रूप में लेती है और घोलते करके अपने खजाने में भर लेती है| इस भ्रष्टतंत्र की जननी कांग्रेस सरकार है | कांग्रेस सरकार ने अपने 55 वर्ष से ज्यादा के कार्यकाल में भारत को गिनी चुनी ही उपलब्धियां हासिल करवाई है और अनगिनत घोटालो की सौगात दी है अगर हम नाम गिनने बैठे तो बहुत समय लग जायेगा|
आज के प्रमुख घोटाले कोयला और 2G घोटाला है लेकिन हमारे और आपके नेताओ को लगता है की हम इसको भूल जायेगे क्या सच मे हम इसको पहले की तरह भूल जायेगे या प्रतिज्ञा करेगे देश को लूटने वाली पार्टी को हमेशा के लिए देश से उखाड़ कर बहार कर दे| कांग्रेस के एक नेता जी के विचार कुछ इस प्रकार है | सुशील शिंदे ने कहा की भारत की 'जनता बोफोर्स की तरह कोयला घोटाले भी भूल जाएगी ' क्या हम इतने भुलाक्कड़ हो गए है ? आज हर तरफ भ्रस्टाचार और घोटाले छाए हुए है | देश की जनता की खून पसीने की कमाई को सरकार टैक्स के रूप में लेती है और घोलते करके अपने खजाने में भर लेती है| इस भ्रष्टतंत्र की जननी कांग्रेस सरकार है | कांग्रेस सरकार ने अपने 55 वर्ष से ज्यादा के कार्यकाल में भारत को गिनी चुनी ही उपलब्धियां हासिल करवाई है और अनगिनत घोटालो की सौगात दी है अगर हम नाम गिनने बैठे तो बहुत समय लग जायेगा|
यही कांग्रस सरकार है जो 2007 मे आम आदमी के साथ होने की बात कह कर दुबारा सत्ता में आई थी, क्या किसी गरीब के घर खाना खा लेना ही आम आड़ मी का साथ देना है ? क्या सिर्फ बाते करने से आम आदमी को रहत मिल सकती है ? आज FDI एक बड़ी बहस बनी हुई है सभी जानते है की FDI आने से छोटा किराना व्यापारी बर्बादी के कगार पर पहुच सकता है और जो किसानो के हित की बात कही जा रही है तो इसमें कोन से किसान का हित है ? कही फिर वही हालत न पैदा हो जाये जैसा की ईस्ट इंडिया कंपनी के समय थी ईस्ट इंडिया भी किसानो से सीधे माल खरीदती थी और किसानो की उस समय क्या हालत थे सभी जानते है | किसानो से सिर्फ वही खेती करवाई जाती थी जिसकी जरुरत कंपनी को होती थी नील की खेती इसका सबसे बड़ा उदाहरण है |
आज कल कांग्रेस एक नया खेल खेल रही है वो हर दुसरे माह मे पेट्रोल के दाम ये कह कर बढ़ा देती है की तेल कंपनियों को घाटा हो रहा है और अगर कीमते न बढाई गयी तो कंपनी दिवालिया हो जाएगी, अब यहाँ पर एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठता है की अगर तेल कंपनी हमेशा घटे मई ही चलती है तो हर साल ये अपने शेयर धारको को लाभांश कहाँ से देती है और तेल इतना महगा क्यों है ? घटे की पूर्ति करने के लिए आम आदमी की ही जेब कटी जाती है ? कभी सरकार टैक्स कम क्यों नहीं करती ? इन्टरनेट से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 बैरल में 159 लीटर कच्चा तेल होता है (http://answers.yahoo.com/question/index?qid=20060804063457AAkCKnn ) आज 54 .02 रूपये का 1 डालर है और अंतररास्ट्रीय बाज़ार में आज का भाव इन्टरनेट से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 बैरल में 159 लीटर कच्चा तेल होता है (http://answers.yahoo.com/question/index?qid=20060804063457AAkCKnn ) आज 54 .02 रूपये का 1 डालर है और अंतररास्ट्रीय बाज़ार में आज का भाव 95 . 86 $ है इस हिसाब से 1 लीटर कच्चा तेल 32 रूपये का पड़ता है | कच्चे तेल को शुद्ध करने मई 5 रूपये प्रति लीटर की लगभग लगत आती है इस प्रकार १ लीटर तेल हमको 38 रूपये में मिलता है जो की पेट्रोल पम्प तक आते आते 70 - 72 रूपये तक हो जाता है | 38 से 72 पुरे ३४ रूपये का अंतर है यानि की लगभग 100 % की बढ़ोतरी ये बढ़ोतरी कहाँ से होती है ? ये rupya सरकार के खाते मई जता है टेक्स के रूप मे और सरकार हमको कहती है की वो हमको सब्सिडी दे रही है | आप ही बताये सरकार हमको सब्सिडी दे रही है या हमको लूट रही है | अब हमको ही सोचना चाहिए की ये भ्रष्ट सरकार भारत निर्माण कर सकती है ये सिर्फ भारत बर्बाद कर रही है |
आज कल कांग्रेस एक नया खेल खेल रही है वो हर दुसरे माह मे पेट्रोल के दाम ये कह कर बढ़ा देती है की तेल कंपनियों को घाटा हो रहा है और अगर कीमते न बढाई गयी तो कंपनी दिवालिया हो जाएगी, अब यहाँ पर एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठता है की अगर तेल कंपनी हमेशा घटे मई ही चलती है तो हर साल ये अपने शेयर धारको को लाभांश कहाँ से देती है और तेल इतना महगा क्यों है ? घटे की पूर्ति करने के लिए आम आदमी की ही जेब कटी जाती है ? कभी सरकार टैक्स कम क्यों नहीं करती ? इन्टरनेट से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 बैरल में 159 लीटर कच्चा तेल होता है (http://answers.yahoo.com/question/index?qid=20060804063457AAkCKnn ) आज 54 .02 रूपये का 1 डालर है और अंतररास्ट्रीय बाज़ार में आज का भाव इन्टरनेट से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 बैरल में 159 लीटर कच्चा तेल होता है (http://answers.yahoo.com/question/index?qid=20060804063457AAkCKnn ) आज 54 .02 रूपये का 1 डालर है और अंतररास्ट्रीय बाज़ार में आज का भाव 95 . 86 $ है इस हिसाब से 1 लीटर कच्चा तेल 32 रूपये का पड़ता है | कच्चे तेल को शुद्ध करने मई 5 रूपये प्रति लीटर की लगभग लगत आती है इस प्रकार १ लीटर तेल हमको 38 रूपये में मिलता है जो की पेट्रोल पम्प तक आते आते 70 - 72 रूपये तक हो जाता है | 38 से 72 पुरे ३४ रूपये का अंतर है यानि की लगभग 100 % की बढ़ोतरी ये बढ़ोतरी कहाँ से होती है ? ये rupya सरकार के खाते मई जता है टेक्स के रूप मे और सरकार हमको कहती है की वो हमको सब्सिडी दे रही है | आप ही बताये सरकार हमको सब्सिडी दे रही है या हमको लूट रही है | अब हमको ही सोचना चाहिए की ये भ्रष्ट सरकार भारत निर्माण कर सकती है ये सिर्फ भारत बर्बाद कर रही है |
समय है सोचने का .......................
धन्यवाद
(सौरभ 'भारतीय')
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